जब नाख़ून बढ़ जाते है तब नाखून ही काटे जाते है , उँगलियाँ नहीं,इसलिए अगर रिश्तों में दरार आ जाए तो दरार को मिटाइये न की रिश्तों को |
पुरानी बातों को पकडे रखने से रिश्तों में गाँठे पड़ जाती है | Bk Shivani
कितने दूर निकल, गए रिश्तों को निभाते, निभाते खुद को खो, दिया हमने अपनों को, पाते पाते | good morning
कुछ रिश्तों की चमक नहीं जाती, कुछ यादों की कसक नहीं जाती, कुछ दोस्तों से होता है ऐसा रिश्ता, के दूर रह कर भी उनकी महक नहीं जाती ।